Ram Navami Puja Muhurat 2022 Date Time, Pooja Vidhi Samagri in Hindi

Ram Navami Puja Muhurat 2022 Date Time Sri Rama Navami Pooja Vidhi Samagri Pdf in Hindi :Happy Ram Navami 10 April 2020” Ram Navami (Sri Rama Navami) हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव (जन्म दिन) “रामनवमी महापर्व” के रूप में मनाया जाता है। Know Here the Ram Navami 2022 Kab Hai / Kaise Manate Hain, Shri Ram Navami Date Time, Shubh Muhurat, Puja Vidhi / Tarike & Samagri in Hindi and Download Sri Rama Navami Pooja Vidhanam Pdf 2020 from here.

श्रीराम नवमी २०२२ [ Ram Navami 2022 ] :

राम नवमी हिन्दुओ का प्रसिद्ध त्योहार है। यह हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव “रामनवमी महापर्व” के रूप में मनाया जाता है। राम जन्म उत्सव प्रतिवर्ष भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों में रामनवमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। जिस दिन भगवान श्री हरि ने राम के रूप में राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या की कोख से जन्म लिया वह दिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी का दिन था। यही कारण है कि इस तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि का भी यह अंतिम दिन होता है।

राम नवमी तिथि [ Ram Navami Date ] 2022 :

इस साल 2022 में रामनवमी का पर्व 10 अप्रैल 2020 गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। सभी भारतीयों को श्री राम नवमी 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं। रामनवमी शुभ मुहूर्त, पूजा विधि एवं पूजा सामग्री की पूरी जानकारी आप निचे पढ़े।

राम नवमी शुभ मुहूर्त [ Ram Navami Shubh Muhurat ] 2022 :

रामनवमी पूजा अभिजीत शुभ मुहूर्त- 10 अप्रैल 2022 सुबह 11 बजकर 10 मिनट से 01 बजकर 32 मिनट तक है। बता दें कि राम नवमी के दिन सुकर्मा योग दोपहर 12 बजकर 04 मिनट तक है, वहीं पुष्य नक्षत्र पूर्ण रात्रि तक है. विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:21 बजे तक और अमृत काल रात 11:50 बजे से देर रात 01:35 बजे तक है। नवमी तिथि 10 अप्रैल 2022 को देर सुबह 1 बजकर 32 मिनट से आरम्भ होगी तथा 11 अप्रैल को तड़के 03 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगी।

रामनवमी कैसे मनाते हैं :

श्री राम का जन्म दिवस “रामनवमी त्यौहार” देश भर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री राम की भक्ति में डूबकर भजन कीर्तन किये जाते हैं। श्री रामकथा सुनी जाती है। रामचरित मानस का पाठ करवाया जाता है। श्री राम स्त्रोत का पाठ किया जाता है। कई जगहों भर भगवान श्री राम की प्रतिमा को झूले में भी झुलाया जाता है। रामनवमी को उपवास भी रखा जाता है। मान्यता है कि रामनवमी का उपवास रखने से सुख समृद्धि आती है और पाप नष्ट होते हैं।

रामनवमी पूजा विधि (Ram Navami Puja Vidhi) :

राम नवमी की पूजा के लिए सबसे पहले स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर पूजा स्थल पर पूजन सामग्री एकत्रित करें और भगवान श्री राम जी की प्रतिमा को पूजा स्थल पर स्थापित करें| इसके बाद प्रतिमा को फूल माला से सजाकर सभी पूजन सामग्री भगवान श्री राम जी को अर्पित करते हुए धुप दीप व् आरती करलें| शास्त्रों के अनुसार श्री राम जी को उनकी पूजा में तुलसी पता और कमल का फूल चढ़ाना विशेष रूप से लाभकारी माना गया है| श्रीराम नवमी की विधिवत पूजा अर्चना कर षोडशोपचार करें| इस दिन भगवान श्री राम को उनकी पूजा में खीर का भोग लगाकर सभी लोगो का खीर का प्रसाद वितरण करें| चूँकि राम नवमी श्री राम चंद्र जी के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है इसलिए इस दिन उन्हें झूला अवश्य झुलाएं|

रामनवमी पूजा सामग्री (Ramnavmi Puja Samgri):

रोली – 10 ग्राम
मोली – 1 पीसी
सुपारी- 5 पीसी
लैंग – 7 पीसी
इलाची – 7 पीसी
जनेऊ – 1 पीसी
इत्र- 1 पीसी
पूजा अक्षत / चवाल – ५० ग्राम
कपूर – 5 ग्राम
सिंदूर- 10 ग्राम
हल्दी / हल्दी पाउडर – 10 ग्राम
पिल्ली सरसो – 10 ग्राम
कपास – 2 ग्राम
धोप – १ पक्त
नारियल – 1 पीसी
पीतल कलश – 1 पीसी
बिग क्ले दीया – 1 पीसी
छोटी मिट्टी दीया – 4 पीसी
शहद – 1 पीसी / 30 मिली
गाय का घी – 50 ग्राम
गंगा जल – 1 पीटी / 50 मिली
लाल कपड़ा – 1.25 मीटर
पीला कपड़ा – 1.25 मीटर
हवन सामरी – 100 ग्राम
काले तिल- ५० ग्राम
कमल गट्टा – 10 पीसी
गुग्गुल – 10 ग्राम
आगर तगर – 10 ग्राम
जटामासी – 10 ग्राम
नव ग्रहा कपड़ा – 1 पैक
सर्वोषधि – 1 पैक
अगरबत्ती – 1 pkt
ओट सीड्स – 20 ग्राम
सूखा नारियल – 1 पीसी
पंच मेवा (ड्राई फ्रूट्स) – 50 ग्राम
मिश्री – 20 ग्राम
तुलसी पता
पल आदि

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